जब हमारे जीवन में कोई सफलता आती है तो उससे पहले हम कई अस्थायी हार और कुछ असफलता पा चुके होते हैं |
स्वामी विवेकानंद का कहना है कि " हमारे हर क्रियाकलाप में गलतियाँ है और यही गलतियाँ हमारी शिक्षक हैं| जो गलतियाँ करता है, सत्य का रास्ता भी उसी़को मिलता है | कोई पेड़ या पत्थर गलतियां थोड़े करते हैं | जानवर तो पृथ्वी के निश्चित नियम को भी नहीं तोड़ते हैं| यह इंसान ही तो है जो गलतियां करता है और वही पृथ्वी पर भगवान भी बनता है !"
इसीलिए अगर हमसे भूल और गलतियां हो जाएँ तो हमने उनसे सीख लेकर आगे बढ़ना चाहिए.
।। जय श्री राम ।।
स्वामी विवेकानंद का कहना है कि " हमारे हर क्रियाकलाप में गलतियाँ है और यही गलतियाँ हमारी शिक्षक हैं| जो गलतियाँ करता है, सत्य का रास्ता भी उसी़को मिलता है | कोई पेड़ या पत्थर गलतियां थोड़े करते हैं | जानवर तो पृथ्वी के निश्चित नियम को भी नहीं तोड़ते हैं| यह इंसान ही तो है जो गलतियां करता है और वही पृथ्वी पर भगवान भी बनता है !"
इसीलिए अगर हमसे भूल और गलतियां हो जाएँ तो हमने उनसे सीख लेकर आगे बढ़ना चाहिए.
।। जय श्री राम ।।