रविवार, 20 दिसंबर 2015

कृपया बच्चों और देश की बेहतरी के लिए न करें नशा

बच्चा अपने माता-पिता को आदर्श मानता है! सोचता है कि जो भी माँ - पिता कर रहे हैं , ठीक कर रहें हैं ! जाने -अनजाने वो भी हमारी आदतों को अपनाते हैं !हम घर में तंबाकू या शराब का सेवन करते हैं , सार्वजनिक जगहों पर धूम्रपान करते हैं!! हम नन्हें-मुन्नों के नाजुक मस्तिष्क में जहर भर रहें हैं ! उन्हें प्रेरित कर रहें हैं कि वे भी ऐसा करें ! हमें संभलना होगा ? सोचिए यदि हमारे बच्चे हमारा अनुसरण करने लगे तो ? यदि हम उन्हें साफ और स्वस्थ भविष्य देना चाहते हैं तो हमें नशे और धुम्रपान करनें से खुद को रोकना होगा ! आइए , हम अपने बच्चों को एक स्वस्थ भविष्य देने के लिए संकल्प लें कि हम तंबाकू , शराब , बीड़ी , सिगरेट आदि का सेवन नहीं करेंगे ताकि हमारे बच्चे गर्व से कह सकें हमारे पिता हमारे आदर्श हैं !

शनिवार, 19 दिसंबर 2015

स्वयं पर करें भरोसा

जब तक हम खुद की कीमत नहीं समझेंगे, दुनिया हमारी कीमत नहीं समझेंगी!
हम इस दुनिया में सिर्फ असफलता और हार के लिए नहीं आए हैं , बहुत सी प्रसिद्धि और सफलता हमारी राह देख रहीं हैं!
आइए , जबरदस्त योजना के संग एक ऊँचा लक्ष्य बनाएं और मन में ठान लें कि चाहे कोई भी बाधा हो !  अब हम नहीं रूकेंगे !
           शब्दों में हो दम इतना , कि आह निकलनी चाहिए ,
दुश्मनी की , रंजिशों की , दीवार सिमटनी चाहिए !!
खुदी हो बुलंद इतनी , बाधाएँ हटनी चाहिए !
मन में कुछ भी ठान लो , तकदीर बदलनी चाहिए !!

मौत से ठन गयी - अटल बिहारी वाजपेयी जी

  ठन गई ! मौत से ठन गई ! झुझने का कोई इरादा न था ,  मोड पर मिलेगे इसका वादा न था  रास्ता रोक कर वो खड़ी हो गई , यों लगा जिंदगी से बड़ी हो गयी ...