मंगलवार, 2 फ़रवरी 2016

मकान सारे कच्चे थे , लेकिन रिश्ते सारे सच्चे थै !


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मौत से ठन गयी - अटल बिहारी वाजपेयी जी

  ठन गई ! मौत से ठन गई ! झुझने का कोई इरादा न था ,  मोड पर मिलेगे इसका वादा न था  रास्ता रोक कर वो खड़ी हो गई , यों लगा जिंदगी से बड़ी हो गयी ...