सोमवार, 19 दिसंबर 2022

युगों युगों से दुनिया चलती, जिसके दिव्य प्रकाश में YUGO YUGO SE DUNIYA CHALATI JISKE DIVYA PRAKASH MEN

युगों युगों से दुनिया चलती, जिसके दिव्य प्रकाश में 


 युगों युगों से दुनिया चलती, जिसके दिव्य प्रकाश में |

पुरुखों की वह पौरुष गाथा , अजर अमर इतिहास में ||

भारत के इतिहास में ----------------(1)

अपना बल ही अपना वैभव , कुरुक्षेत्र मैदानों में 

विजय लिखी थी खड़ग नौंक से , शक हुणी तूफानों में 

हार नहीं जय विजय पराक्रम , पुरुखों के पुरुषार्थ में ||

   भारत के इतिहास में -----------------(2)

राज्य सैकड़ो रहा विदेशी , पर अखंड यह परिपाटी 

मिटा मिटाने वाला उसको , तेजोमय इसकी माटी 

अमर - अमिट हिन्दू संस्कृति है , जल थल में आकाश में ||

      भारत के इतिहास में ----------------(3)

भौतिकता से त्रस्त विश्व की , एकमात्र भारत आशा 

परमानंद शांति की जननी , पूर्ण करेगी अभिलाषा 

यत्न संगठित बने मील के , पत्थर विश्व विकास में ||

     भारत के इतिहास में ---------------------(4)

व्यष्टि - समष्टि - सृष्टि जीवन में , कलिमल आहत मर्यादा 

हिन्दू संस्कृति संस्कारों से , दूर करेगी हर बाधा 

पतित पावनी संस्कृति गंगा , जन मन हृदयकाश में ||

भारत के इतिहास में --------------------(5)

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